ओडिशा में भाजपा की पहली सरकार है। 52 वर्षीय मोहन चरण माझी ने बुधवार को राज्य का पंद्रहवाँ मुख्यमंत्री बनने की शपथ ली। कनक वर्धन सिंहदेव और प्रभाती परिदा ने उनके साथ शपथ ली।
माझी मंत्रिमंडल में भी तीन दर्जन मंत्रियों ने शपथ ली। इनमें सुरेश पुजारी, रबिनारायण नाइक, नित्यानंद गोंड, कृष्ण चंद्र पात्रा, पृथ्वीराज हरिचंदन, मुकेश महालिंग, बिभूति भूषण जेना, कृष्ण चंद्र महापात्रा, गणेश राम सिंह खुंटिया, सूर्यवंशी सूरज, प्रदीप बालसामंता, गोकुला नंद मल्लिक और संपद कुमार स्वैन हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, जेपी नड्डा, अमित शाह और उत्तर प्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, असम, हरियाणा, गोवा और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भी शपथ ग्रहण समारोह में उपस्थित थे।
भाजपा ने ओडिशा में पहली बार बहुमत से जीत हासिल की है। भाजपा को राज्य की 147 में से 78 सीटें मिली हैं। वहीं, नवीन पटनायक की बीजू जनता दल (BJD) को 51 सीटें मिली हैं, कांग्रेस को 14 सीटें, CPI(M) को 1 सीट और अन्य को 3 सीटें मिली हैं।
भाजपा ने यहां लोकसभा चुनाव में पहली बार बड़ी जीत हासिल की है। भाजपा को राज्य की 21 में से 20 सीटें मिली हैं, जबकि कांग्रेस को एक सीट मिली है। BJD और अन्य पार्टियां सीट नहीं पाईं। 2019 में भाजपा ने 8 सीट, BJD ने 12 सीट और कांग्रेस ने 1 सीट जीती थी। यनी भाजपा को इस बार बारह सीटें मिली हैं।